विपरीत राजयोग
विपरीत राजयोग का रहस्य :- Dr.R.B.Dhawan ऐसा क्या रहस्य है, विपरीत राजयोग में की त्रिक (पाप स्थान के स्वामी) ग्रह भी शुभ फल देने लगते हैं, न केवल शुभफल अपितु अनेकों प्रकार के कष्ट फल भी हर लेते हैं। वस्तुत: कुंडली में त्रिक अर्थात् 6, 8, 12. स्थान तथा इन्हीं स्थानों के स्वामी ग्रह अशुभ…
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