Tag: शुक्र

पितृश्राप

कहीं आप पर पितृश्राप तो नहीं? Dr.R.B.Dhawan (top best astrologer in delhi) पौराणिक मान्यताओं के अनुसार अनेक प्रकार के श्राप मनुष्य का पीछा करते हैं, इन सब की गणना पितृश्राप में होती है। इनमें भी अधिकांश तो पूर्वजन्म के श्राप होते हैं, जो मनुष्य को भिन्न भिन्न प्रकार की पीड़ा देते हैं, इस में भी…

continue reading
No Comments

कालसर्प योग

निरर्थक भय है, कालसर्प योग :- Dr.R.B.Dhawan,(Top Bast astrologer in delhi)सूर्य की परिक्रमा पृथ्वी और चन्द्रमा दोनों ही कर रहे हैं, किन्तु चन्द्रमा सूर्य की परिक्रमा के साथ-साथ पृथ्वी का भी परिभ्रमण कर रहा है। चन्द्रमा अपने पथ पर परिभ्रमण करता हुआ, दो स्थानों पर पृथ्वी पथ को काटता है। जिसके फलस्वरूप उत्तरी और दक्षिणी…

continue reading
No Comments

कुंडली में आठवां स्थान

कुण्डली का अष्टम भाव और कारक शनि:- Dr.R.B.Dhawan जन्मकुंडली में फलादेश करते हुए कुंडली का आठवा भाव और शनि दोनों ही बड़े महत्वपूर्ण माने जाते हैं। कुंडली में अष्टम भाव को आयु का स्थान माना जाता है (कुछ विद्वान इसे मत्यु का स्थान समझते हैं, जो कि गलत है, वा‌स्तव में मृत्यु का स्थान 7वां है।)…

continue reading
No Comments