Tag: त्रेतायुग

बगलामुखी

बगलामुखी का स्वरूप एवं प्रयोग। Dr.R.B.Dhawan (Tap Astrologer in Delhi, best Astrologer in Delhi) कैसे उत्पत्ति हुई माँ बगलामुखी की :- माता बगलामुखी के स्वरूप में भगवान अर्धनारीश्वर के आलौकिक रूप का दर्शन मिलता है। मस्तक पर तीसरा नेत्र, मणिजड़ित मुकुट पर वक्र चंद्र इस बात की पुष्टि करते हैं कि, बगलामुखी को महारूद्र की…

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चार युग

चतुर्युग और उनकी गणना एवं विशेषता :- Dr.R.B.Dhawan युग किसे कहते हैं ? :- युग शब्द का अर्थ होता है एक निर्धारित संख्या के वर्षों की काल-अवधि। जैसे कलियुग, द्वापरयुग, सत्ययुग, त्रेतायुग आदि। यहाँ हम चारों युगों का वर्णन करेंगें। युग वर्णन से तात्पर्य है कि, उस युग में किस प्रकार से व्यक्ति का जीवन,…

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