Tag: द्वादश

कैसे करें कुंडली मिलान?

कुंडली मिलान में महत्वपूर्ण है, अष्टकूट मिलान :- Dr.R.B.Dhawan विवाह संस्कार 16 संस्कारों में सबसे महत्वपूर्ण संस्कार है, क्यों की यह केवल संस्कार ही नहीं अपितु दो आत्माओं का मिलन होता है। इस लिये आवश्यक है कि सम्बन्ध जोड़ने से पूर्व विवाह योग्य युवक युवती की जन्म कुंडली में वर्ण,वश्य,तारा,ग्रहमैत्री,नाडी आदि अष्टकूट सम्बन्धी विचार के…

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विपरीत राजयोग

विपरीत राजयोग का रहस्य :- Dr.R.B.Dhawan ऐसा क्या रहस्य है, विपरीत राजयोग में की त्रिक (पाप स्थान के स्वामी) ग्रह भी शुभ फल देने लगते हैं, न केवल शुभफल अपितु अनेकों प्रकार के कष्ट फल भी हर लेते हैं। वस्तुत: कुंडली में त्रिक अर्थात् 6, 8, 12. स्थान तथा इन्हीं स्थानों के स्वामी ग्रह अशुभ…

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