Tag: मंगल

कालसर्प योग

निरर्थक भय है, कालसर्प योग :- Dr.R.B.Dhawan,(Top Bast astrologer in delhi)सूर्य की परिक्रमा पृथ्वी और चन्द्रमा दोनों ही कर रहे हैं, किन्तु चन्द्रमा सूर्य की परिक्रमा के साथ-साथ पृथ्वी का भी परिभ्रमण कर रहा है। चन्द्रमा अपने पथ पर परिभ्रमण करता हुआ, दो स्थानों पर पृथ्वी पथ को काटता है। जिसके फलस्वरूप उत्तरी और दक्षिणी…

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कैसे करें कुंडली मिलान?

कुंडली मिलान में महत्वपूर्ण है, अष्टकूट मिलान :- Dr.R.B.Dhawan विवाह संस्कार 16 संस्कारों में सबसे महत्वपूर्ण संस्कार है, क्यों की यह केवल संस्कार ही नहीं अपितु दो आत्माओं का मिलन होता है। इस लिये आवश्यक है कि सम्बन्ध जोड़ने से पूर्व विवाह योग्य युवक युवती की जन्म कुंडली में वर्ण,वश्य,तारा,ग्रहमैत्री,नाडी आदि अष्टकूट सम्बन्धी विचार के…

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कुंडली में आठवां स्थान

कुण्डली का अष्टम भाव और कारक शनि:- Dr.R.B.Dhawan जन्मकुंडली में फलादेश करते हुए कुंडली का आठवा भाव और शनि दोनों ही बड़े महत्वपूर्ण माने जाते हैं। कुंडली में अष्टम भाव को आयु का स्थान माना जाता है (कुछ विद्वान इसे मत्यु का स्थान समझते हैं, जो कि गलत है, वा‌स्तव में मृत्यु का स्थान 7वां है।)…

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