कठोपनिषद -2

प्रथम अध्याय द्वितीय वल्ली-प्रथम भाग से आगे — Dr.R.B.Dhawan (Guruji), Multiple times awarded Best Astrologer with 33+ years of Astrological Experience. https://youtu.be/Dg1DCQ1xIoA अब आगे यम नचिकेता को आत्मा का रहस्य बताना आरम्भ करते हैं – यम कहते हैं – श्रेय अर्थात् कल्याण करनेवाली वस्तु भिन्न है और। प्रेय अर्थात प्रिय लगने वाली वस्तु उससे भी…

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