जब राजयोग बेकार हो जाता है।

Dr. R.B.Dhawan Guruji – धनेश लामेश अस्त तो राजयोग व्यर्थ कुंडली के 1, 4, 7, 10 माव और 5, 9 माव केंद्र/त्रिकोण होते हैं, सुख-समृद्धि के लिए यह महत्वपूर्ण भाव है. लेकिन इनका आर्थिक रूप से भी शुभत्व तब ही मिलेगा जब धनेश (दूसरे भाव का स्वामी, और लाभेश (ग्यारहवे भाव का स्वामी) यह दोनो…

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