स्त्री जातक राजयोग

Dr.R.B.Dhawan (Guruji),
Multiple times awarded Best Astrologer with 33+ years of Astrological Experience.

ज्योतिष तत्वम ग्रंथ के स्त्री जातक प्रकरण में (15वें अध्याय में) स्त्री जातक के लिए राज योगों की चर्चा करते हुए आचार्य मुकुंद दैवज्ञ पर्वतीय कहते हैं- यह 17 योगों में से अगर कोई योग स्त्री की कुंडली में बन रहे हो तो, वह स्त्री राजयोग को प्राप्त करने वाली होती है। Video Link :- https://youtu.be/23qX_UPyFtU

  • लग्न में गुरु सप्तम में चंद्रमा और दशम में अपने षडवर्ग में स्थित होते हुए शुक्र हो तो, उस स्त्री की कुंडली में उत्तम राजयोग होता है। षडवर्ग का मतलब यह है कि लग्न, होरा, द्रेष्कांण, नवांश, द्वादशांश और त्रिशांश इन 6 वर्गों में शुक्र एक ही राशि में हो।
  • षडवर्ग में होते हुए शुद्ध गुरु लग्न में केंद्र में स्थित होकर चंद्रमा से दृष्ट हो, यानी चंद्रमा की उस पर दृष्टि तो, स्त्री की कुंडली में राजयोग होता है। (शुद्ध का अर्थ है, वह ग्रह किसी पाप ग्रह की राशि में नहीं हो।)
  • केंद्र में शुभ ग्रह लाभ, तृतीय, तथा षष्ठ में पाप ग्रह, और सप्तम में मनुष्य राशि (मिथुन, कन्या, तुला राशि) हो तो, यह भी स्त्री की कुंडली में एक राजयोग है।
  • लाभ स्थान में चंद्रमा और सप्तम स्थान में शुक्र यदि गुरु से दृष्ट होकर बुध से युक्त हो तो, यह भी सुंदर राजयोग है।
  • लग्न में कर्क राशि हो, सप्तम में चंद्रमा हो, और चारों केंद्र पाप ग्रहों से रहित हो तो स्त्री के लिए यह राजयोग है।
  • लग्न स्थान में शुक्र, तृतीय में बुध, और चतुर्थ में षडवर्ग में शुद्ध गुरु हो, अथवा लग्न में सर्वोच्च राशि गत बुध और लाभ स्थान में गुरु हो तो, राजयोग है।
  • Read my profile on my website :- https://www.shukracharya.com
  • facebook : https://www.facebook.com/rbdhawan

  • instagram : https://www.instagram.com/rbdhawan

    twitter : https://twitter.com/rbdhawanguruji

    Koo : https://www.kooapp.com/dnld

    YouTube channel :- https://youtube.com/channel/UC3MV02s_uTET_iHWHdFIDsg

    Available Astrological Consultations and Remedies; Consultation By Appointment :
  • Whatsapp No : 09810143516

Dr.R.B.Dhawan (Guruji),Multiple times awarded Best Astrologer with 33+ years of Astrological Experience. ज्योतिष तत्वम ग्रंथ के स्त्री जातक प्रकरण में (15वें अध्याय में) स्त्री जातक के लिए राज योगों की चर्चा करते हुए आचार्य मुकुंद दैवज्ञ पर्वतीय कहते हैं- यह 17 योगों में से अगर कोई योग स्त्री की कुंडली में बन रहे हो तो,…