प्रत्यरी तारा Pratyeri Tara

प्रत्यरी तारा Pratyeri Tara –
Dr.R.B.Dhawan (Guruji), Multiple times awarded Best Astrologer with 33+ years of Astrological Experience.

5. प्रत्यरी तारा – जन्म नक्षत्र से 5 वें, 14 वें और 23वें नक्षत्र की गणना प्रत्यरि नक्षत्र के रूप में की जाती है, इन तीनों चंद्रमा के नक्षत्रों में से किसी भी नक्षत्र में यदि कोई ग्रह या फिर इन नक्षत्रों का स्वामी ग्रह यदि जन्म कुंडली में (दशा अंतरदशा में) या गोचर के समय हों तो, वह प्रतिकूल परिणाम (कष्ट देने वाले फल)प्रकट करते हैं। इस तारा का कारक ग्रह -शनि है, और शनि ग्रह को ज्योतिष शास्त्र में न्याय का देवता (दंड देने वाला, ग्रहों में न्यायकर्ता, न्ययाधीश) माना जाता है। यह ग्रह दुःखों का सूचक माना गया है। इस समय को अपने ही संचित और प्रारब्ध कर्मो के दंड के कारण कष्टकारी माना जाता है।
प्रत्यरी का अर्थ है- यह समय विरोध और अ-सम्मान या कभी-कभी अपमान वाला होता है, यह समय जीवन में अनेक बाधाएं या रूकावटें देता है। इस समय में विरोधी या नये-पुराने शत्रु सक्रीय हो जाते हैं। यह समय शारीरिक, मानसिक और आर्थिक हर प्रकार से नकारात्मक परिणाम देने के लिए सबसे अधिक शक्तिशाली समय होता है। इन नक्षत्रों का स्वामी ग्रह हो, या फिर इन नक्षत्रों में से किसी नक्षत्र में जन्म कुंडली का कोई ग्रह स्थित हो, और यदि वह ग्रह कुंडली के 6, 8, 12 स्थान के स्वामीयों में से कोई हो तो, उस की दशा, अंतरदशा या फिर इन नक्षत्रों में उनकी गोचरीय स्थिति अवश्य अशुभ परिणाम देने वाली होती है।
विशेष परिणाम क्या होते हैं- शुभ कार्य का अवरोध जब भी जीवन में कोई शुभ कार्य जैसे मांगलिक कार्य, विवाह, संतान प्राप्ति या धर में कोई भी शुभ मांगलिक कार्य का आयोजन, या फिर कुछ नया बनवाना या खरीदना जैसे-घर खरीदना, आभूषण, वाहनादि खरीदने के साथ ही अनजानी सी कठिनाईयां आ खडी होती है, कभी-कभी तो शुभ और मांगलिक कार्य के साथ-साथ ही कोई अशुभ घटना या दुर्घटना हो जाती है, या फिर कोई दुःखद घटना हो सकती है। इस नक्षत्र के समय में शत्रु या प्रतिद्विन्दी की ओर से बहुत और अलग-अलग प्रकार की लगातार रूकावटें प्रस्तुत होती हैं। यदि आप व्यापार करते है या फिर नौकरी करते हैं तो, आपके समान रूप से शक्तिशाली शत्रु या प्रतिद्विन्दी बहुत कठिनाईयां खडी करते हैं, नक्षत्र के समय में उनका यह प्रभाव अधिक हो जाता है। एक प्रकार से मान सकते है कि इस अवधि में आपके प्रतिस्पर्धा करने वाले आप पर हावी हो जाते हैं।

Astrology Courses के लिए विजिट करें :- https://www.shukracharya.com/academy/prospectus
Read my profile on my website :- https://www.shukracharya.com
facebook : https://www.facebook.com/rbdhawan
instagram : https://www.instagram.com/rbdhawan
twitter : https://twitter.com/rbdhawanguruji
यदि आप गुरूजी के ज्योतिषीय अनुभवों का लाभ लेना चाहते हैं तो, गुरूजी का YouTube channel सब्सक्राइब करें :- https://youtube.com/channel/UC3MV02s_uTET_iHWHdFIDsg
For Telephonic Consultation and Best Remedy, By Dr. R. B. Dhawan (Guruji) :- https://www.shukracharya.com/consultation/astro-consultation—————————————————
Whatsapp no :- Call and WhatsApp Number : 09810143516, call:- 091556 69922

प्रत्यरी तारा Pratyeri Tara –Dr.R.B.Dhawan (Guruji), Multiple times awarded Best Astrologer with 33+ years of Astrological Experience. 5. प्रत्यरी तारा – जन्म नक्षत्र से 5 वें, 14 वें और 23वें नक्षत्र की गणना प्रत्यरि नक्षत्र के रूप में की जाती है, इन तीनों चंद्रमा के नक्षत्रों में से किसी भी नक्षत्र में यदि कोई ग्रह…