वध तारा Vadha Tara

वध तारा Vadha Tara –
Dr.R.B.Dhawan (Guruji), Multiple times awarded Best Astrologer with 33+ years of Astrological Experience.

7. वध तारा – जन्म नक्षत्र से 7वां, 16वां और 25वां नक्षत्र वध तारा कहलाता है। इस तारा की गणना जातक के जन्म नक्षत्र से करते हुए 7वें, 16वें और 25वें तक की जाती है। यदि इन तीन चंद्र नक्षत्रों में से किसी में भी नव ग्रहों में से कोई ग्रह स्थित हो तो, वह बहुत ही अशुभ प्रभाव प्रकट करता है। उस ग्रह का अशुभ प्रभाव उसकी दशा, अंतरदशा या प्रत्यांतर दशा व इन में से किसी नक्षत्र में गोचर के समय होता है।
क्या होता है, अशुभ प्रभाव- इस दशा अवधि या गोचर के समय को वध, मृत्यु, अर्थात उस समय से पूर्व आरम्भ किये गए किसी कार्य अथवा कार्यकर्ता की समाप्ति की समाप्ति सूचना देने वाला यह नक्षत्र तारा है। स्वास्थ्य सम्बंधी खतरा और गंभीर दुर्भाग्य वाला समय भी कहा जा सकता है। इन तीन नक्षत्रों का स्वामी ग्रह तथा इन तीन नक्षत्रों में स्थित कोई भी ग्रह की दशा, अंतर, या प्रत्यांतर दशा अथवा इन नक्षें में सम्बंधित ग्रह का गोचर समय मृत्यु के समान ही अशुभ या कष्टकारी फल देने वाला माना जाता है। इस कालावधि में गंभीर स्वाथ्य सम्बंधी समस्यायें भी हो सकती हैं विशेष कर तब जब पहले से ही कोई गंभीर स्वास्थ्य समस्या चल रही हो, या सम्बंधित ग्रह कुंडली के 6, 8 या 12वें स्थान का स्वामी हो, अथवा वह ग्रह 6, 8, या 12वें भाव में स्थित हो। इस दशा और गोचर अवधि में मृत्यु तुल्य कष्ट भी हो सकते हैं, और गंभीर आर्थिक सम्स्यायें भी हो सकती हैं। या फिर यह दोनो प्रभाव भी हो सकते हैं। यह समय पहले से अस्वस्थ मनुष्य के लिये अधिक अशुभ होता है। इसी प्रकार पहले से चल रही आर्थिक, समस्याएं या नौकरी अथवा व्यापार, प्रोफेशन में या पारिवारिक समाजिक अथवा राजनैतिक और भी गहरी हो जाती हैं, और सम्बंधित व्यवस्था समाप्ति का खतरा होता है। यदि साथ ही साथ कुंडली के सप्तम भाव में इन नक्षत्र स्वामी ग्रह की स्थिति हो, या सप्तम स्थान के स्वामी की इन नक्षत्रों में स्थिति हो तो वह दशा या गोचर गंभीर परिणाम प्रकट करने वाला होता है। इस प्रकार यह समय शारीरिक, मानसिक और अर्थिक कष्ट देने के कारण अनिष्टकारी माना जाता है। इन नक्षत्रों की तीनों आवर्तियों में से किसी भी आवृति में मेरूदंड में विकार होता है, या उस से पूर्व आरम्भ कार्य नौकरी व्यवसाय आदि कार्य की कमर ही टूट जाती है।

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